मुंबई । कर्ज के बोझ तले दबे किसानों को लगने लगा है कि आने वाले दिनों में उनकी समस्याओ का निदान होगा। इसबीच 4 जुलाई को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सरकार के फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य1750 रूपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। यानी 200 रूपये प्रति क्विंटल वृद्धि की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे ऐतिहासिक कदम बताया। धान समेत कुल 14 खरीफ फसलों के न्यूनतम मूल्यों में वृद्धि की गई जो निम्नलिखित है –
धान 1550 से 1750 रूपये
मक्का 1425 से 1700 रूपये
रागी 1900 से 2897 रूपये
उड़द 5400 से 5600 रूपये
मूंग 5575 से 6975 रूपये
अहरह 5450 से 5675 रूपये
ज्वार 1725 से 2450 रूपये
सोयाबीन 3050 से 3399 रूपये
मूंगफली 4450 से 4890 रूपये
तिल 5300 से 6249 रूपये
इसका महत्व इसी से समझ सकते हैं कि घोषणा के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि मुझे अत्यंत खुशी हो रही है कि किसान भाइयों-बहनों को सरकार ने लागत के 1.5 गुना MSP देने का जो वादा किया था, आज उसे पूरा किया गया। फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में इस बार ऐतिहासिक वृद्धि की गई है। सभी किसान भाइयों-बहनों को बधाई। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि कृषि क्षेत्र के विकास और किसान कल्याण के लिए जो भी पहल जरूरी हैं, सरकार उसके लिए प्रतिबद्ध है। हम इस दिशा में लगातार कदम उठाते आए हैं और आगे भी आवश्यक कदम उठाते रहेंगे।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि
– खरीफ फसलों का समर्थन मूल्य बढाने से खजाने पर 15000 करोड़ का बोझ पड़ेगा।
– महंगाई बढने के कई कारण होते हैं। लेकिन समर्थन मूल्य में वृद्दि से महंगाई नहीं बढेगी। बीते चार साल से महंगाई दर नियत्रंण में है।
– लागत में पट्टे की जमीन, मजदूरी, बीज, उपकरण व खाद शामिल हैं।
– राज्य सरकारों को मदद दी जायेगी। और सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि किसानों से न्यनतम समर्थन मूल्यों पर खरीदी की जाये।
– सरकार इस बात का पूरा ध्यान रखेगी कि समर्थन मूल्यों पर बेचने में कोई दिक्कत न आये।
किसान संगठन से जुडे लोगो का मानना है कि यह एक राहत है लेकिन सिर्फ इससे किसानों की पीड़ा खत्म नहीं होगी। लेकिन सरकार ने एक राहत भरा कदम उठाया है। केंद्रीय कैबिनेट ने लागत मूल्य से 50 फीसदी अधिक दाम देने के वादे के तहत खरीफ फसलों के नए समर्थन मूल्य को मंजूरी दी। बीते दस सालों में फसलों के समर्थन मूल्यों में इतनी वृद्धि नहीं हुई थी। मध्यम रेशे वाले और लंबे रेशे वाले कपास के समर्थन मूल्यों की भी वृद्दि की गई है। इतना ही नहीं ए ग्रेड धान पर 160 रुपये का इजाफा किया गया है प्रति क्विंटल।
बहराहल, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में न्यूनतम समर्थन मूल्यों में पहली बार इतनी वृद्दि की गई है। उन्होंने कहा कि किसान देश का सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता है लेकिन उन्हें उनके उत्पाद का सही कीमत नहीं मिला। बहरहाल प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता वाली केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों से जुड़े समिति ने खरीफ फसलों से जुडे़ एमएसपी (MSP) पर मुहर लगा दी। इसका लाभ किसानों को मिलेगा।